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कन्नौज के 133 गाँव का पानी बन चुका है जहर 

कन्नौज के 133 गाँव का पानी बन चुका है जहर

अनिल सिंदूर की रिपोर्ट

कन्नौज। उप्र के अतिविशिष्ट लोक सभा क्षेत्र रहे कन्नौज के 133 गाँवों के पीने के
पानी में मानक से अधिक फ्लोराइड है ! पीने के पानी में फ्लोराइड होने के
कारण हज़ारों लोग फ्लोरोसिस जैसी घातक बीमारी से ग्रसित हो गए हैं ! ब्लाक
उर्मदा के ग्राम बरेवा के मजरा दन्नापुरवा में 40 प्रतिशत आबादी
फ्लोरोसिस की चपेट में हैं ! मालूम हो कि यह क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव का है !

अधिकतर बच्चों के दांतों पर फ्लोरोसिस का प्रभाव

कन्नौज जनपद के ब्लाक उर्मदा की ग्राम पंचायत बरेवा मजरा दन्नापुरवा में
पीने के पानी में फ्लोराइड की अत्यधिक मात्रा के चलते वहां रह रही 40
प्रतिशत से भी ज्यादा आबादी फ्लोरोसिस जैसी घातक बीमारी से ग्रसित है !
40 वर्ष से अधिक उम्र के लोंगो के घुटनों तथा रीढ़ की हड्डी में फ्लोरोसिस
का प्रभाव देखने को मिला है ! वहीँ बच्चों के दांतों में इसका प्रभाव साफ
दिखाई पड़ रहा है ! मानक के अनुसार पीने के पानी में एक मिग्रा. प्रति
लीटर से अधिक फ्लोराइड नहीं होना चाहिए !

लोग घातक बीमारी फ्लौरोसिस से ग्रसित

तत्‍कालीन अधिशाषी अभियन्ता उप्र जल निगम राजेन्द्र सिंह ने बताया कि वर्ष 2003 में
133 गाँव चिन्हित किये गए थे जिनमें मानक से अधिक फ्लोराइड की मात्रा
मिली थी ! उन सभी गांवों में से 115 को गहरी बोरिंग प्रक्रिया में लिया
जा चुका है बाकी बचे गाँव को भी जल्द ही इस प्रक्रिया में लिया जायेगा !
जब उनसे यह जानकारी मांगी कि पीने के पानी में फ्लोराइड होने की जानकारी
जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को है ? तब उन्होंने बताया कि
नहीं दोनों ही अधिकारियों को इस बावत नहीं बताया गया है !

बरेवा के मजरा दन्नापुरवा के हालात और भी दयनीय
मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जब बताया गया कि बरेवा के मजरा दन्नापुरवा
में मानक से अधिक फ्लोराइड युक्त पानी पीने से यहाँ के 40 प्रतिशत से
अधिक लोग फ्लोरोसिस जैसी घातक बीमारी से ग्रसित हो गए हैं बच्चों के
दांतों में फ्लोरोसिस के लक्षण साफ दिखाई दे रहे हैं ! तब उन्होंने बताया
कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है ! पीने के पानी में फ्लोराइड की
मानक से अधिक मात्रा है यह भी उन्हें नहीं मालूम है ! बरेवा गाँव के मजरा
दन्नापुरवा में वह एक टीम भेज कर इसकी जाँच करवा लेंगे यदि फ्लोरोसिस के
लक्षण पाए जाते हैं तो उसका उपचार किया जायेगा !

केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को जब पेय जल एवं स्वच्छता मंत्रालय
ने जानकारी दी कि देश के 100 जनपदों के पेय जल में फ्लोराइड की मात्रा
मानक से अधिक आ रही है जो लोगों को फ्लोरोसिस जैसी गंभीर बीमारी दे सकती
है ! स्वास्थ्य मंत्रालय ने गंभीरता को देखते हुए आनन-फानन में
एनपीपीसीएफ योजना को मूर्तरूप दिया जिससे जिन जनपदों में पीने के पानी
में फ्लोराइड की मात्रा मानक से अधिक है उन जनपदों में इसका क्या प्रभाव
पद रहा है इसकी जाँच की जाय साथ ही उपचार की व्यवस्था की जाय ! इस योजना
के तहत देश के 18 राज्यों को लिया गया इसमें उत्तर प्रदेश राज्य के
उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़, फ़िरोज़ाबाद, तथा मथुरा पांच जनपदों को भी
लिया गया ! इस योजना ने वर्ष 2008-09 में अपना कार्य प्रारम्भ किया !
चयनित जिलों को एक वर्ष बाद वर्ष 2009-10 में धन देना प्रारम्भ किया गया
वर्ष 2009-10 में उन्नाव तथा रायबरेली को 25-25 लाख, वर्ष 2010-11 में
प्रतापगढ़ तथा फिरोजाबाद को 42.10-42.10 लाख तथा मथुरा को 2011-12 में
42.10 लाख रुपए दिए गए जिससे वह जाँच कर यह सुनिश्चित करें कि फ्लोराइड
की अधिकता से कितने लोग फ्लोरोसिस बीमारी से ग्रसित हो गए हैं ! लेकिन
दुखद ये है कि बीते वर्षों में जो परिणाम निकल कर आए हैं वह बेहद ख़राब
हैं ! उन्नाव जिले में 19.79, रायबरेली में 23.81, प्रतापगढ़ में 8.87 तथा
फिरोजाबाद में 6.57 लाख रुपए खर्च किये गए जब कि मथुरा ने इस धन का उपयोग
ही नहीं किया है ! बीते तीन वर्षों में स्वास्थ्य मंत्रालय ने न तो किसी
और जनपद का चयन ही किया है और न ही किसी जनपद को कोई धन राशि ही दी है !
बताते चलें कि फ्लोरोसिस एक ऐसी बीमारी है जो बच्चों, युवाओं, तथा
बुजुर्गों सभी को प्रभावित करती है ! फ्लोरोसिस बीमारी से बच्चों में
दांतों पर सबसे पहले प्रभाव आता है ! फ्लोरोसिस हड्डीयों को कमजोर कर
अपाहिज़ बना देता है !
पीने के पानी में है खतरनाक मात्रा
उत्तर प्रदेश में पीने के पानी में फ्लोराइड की मात्रा कई गुना अधिक है
मानक के अनुसार पीने के एक लीटर पानी में एक मिलीग्राम से अधिक फ्लोराइड
नहीं होना चाहिए ! जब की आकड़ों के अनुसार इसकी मात्रा 0.2 से 25.0
मिलीग्राम तक है जो बेहद खतरनाक है !
21 राज्यों के 204 जनपदों में फ्लोरोसिस का प्रभाव
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश के 21 राज्यों के 204 जनपदों
में फ्लोरोसिस का प्रभाव है ! देश में 6 करोड़ 20 लाख लोग फ्लोरोसिस से
प्रभावित हैं जिसमें 60 लाख बच्चे हैं ! उत्तर प्रदेश में यह संख्या
1,43,567 है ! उत्तर प्रदेश के कई जनपदों को अभी एनपीपीसीएफ योजना
अन्तर्गत नहीं लिया गया है ! जिसमें सोनभद्र, आगरा तथा कन्नौज जनपद
प्रमुख है !

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