Subscribe Now
Trending News

Blog Post

हमारा कैम्पस

माइनर में पानी लाने के लिए गांव वाले अब बहायेंगे पसीना 

माइनर में पानी लाने के लिए गांव वाले अब बहायेंगे पसीना

उंचडीह माइनर के पुनरोद्धार हेतु एकजुट  हुए ग्रामीण 25 साल पहले बने इस माइनर में अब पानी नही आ सका। सड़क और नहर को काट कर कुछ लोगो ने बना लिया खेत अब समाज शेखर के नेतृत्व में 2 साल से गंभीर प्रयास हो रहे हैं। तहसील दिवस में इसके पुनरोद्धार के लिए आवेदन आ चुके हैं।

इलाहाबाद। होलागढ़ ब्लाक के उमरिया और गैंदा गांव के बीच से एक छोटा माइनर उंचडीह माइनर के नाम से आज के करीब 25 साल पहले गुजरी है। जो जनपद की सीमा पर भयहरणनाथ धाम के पास उंचडीह गांव में बकुलाही में मिल जाती है। नहर के दोनों तरफ करीब छोटे बड़े 1 दर्जन गांव है। नहर पर उसी समय से जगह जगह  कुल 6 पुल बने है। एक तरफ रोड विकसित की गई थी। परंतु आज तक इस नहर में न ही पानी आ सका और सड़क उपयोगी नहीं हो सकी।
पिछले 2 साल से सामाजिक कार्यकर्ता डॉ समाज शेखर के मार्गदर्शन में आस पास के गाँव के कार्यकर्ता इस नहर के पुनरोद्धार हेतु एक जुट हो गए हैं । इस नहर की कुल लंबाई 6 किलो मीटर केआस पास होगी। आस पास के गाँव वासी अब इस नहर का पुनरोद्धार करने हेतु एकजुट हो रहे है। वजह स्पष्ट है कि उक्त लोग पिछले 2 साल से क्षेत्र मे इसके पुनरोद्धार हेतु वातावरण निर्माण में लगे रहे है। तहसील दिवस में भी अवेदन दिए गए है। सोरांव में हुई गत बड़ी तहसील दिवस में समाज शेखर ने उक्त मुद्दा जिलाधिकारी संजय कुमार के समक्ष रखा था। तब उन्होंने अधिशाषी अभियंता सिचाई और उपजिलाधिकारी को आवश्यक कार्यवाही तत्काल करने का निर्देश दिया। परन्तु अभी तक समुचित कार्रवाई नही हो सकी।

Related posts

Leave a Reply

Required fields are marked *