कुंडेश्वर स्थित नवोदय विद्यालय में पूर्व छात्र सम्मलेन आयोजित हुआ। विद्यालय के एमपी हॉल में कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर की। स्थानीय पर्यटन नगरी कुंडेश्वर में नवोदय विद्यालय के लिए खास बात यह रही है कि कार्यक्रम में 32 वर्ष पुराने छात्र अपने परिवार के साथ पहुंचे। इतने लंबे समय के बाद विद्यालय पहुंचे पुराने छात्रों की यादें जहां एक बार फिर से ताजा हो गई। वहीं उन्होंने वर्तमान छात्राें से अपने अनुभव भी साझा किए। नवोदय विद्यालय द्वारा आयोजित पूर्व छात्र सम्मेलन में वर्ष 1987 से लेकर 1995 तक के छात्र शामिल हुए।
नवोदय से शिक्षा प्राप्त करने के बाद आगे उच्च शिक्षा प्राप्त कर आज शासकीय सेवाओं या अन्य स्थानों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। विद्यार्थियों ने संस्था में आकर अपने अनुभव सुनाएं और छात्रों को मार्गदर्शन भी दिया। पुराने छात्रों ने कहा कि आज स्कूल आकर ऐसा लग रहा है कि फिर से पढ़ने बैठ जाएं।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शचेन्द्र श्रीवास्तव एडीजे जिला विधिक सचिव ने कहा कि छात्राओं को गुड टच एवं बैड टच की जानकारी होना चाहिए। अगर उनके साथ ऐसा होता है। तो उसकी जानकारी शिक्षक या अपने पेरेंट्स को तुरंत बताएं। उन्होंने कहा की जीवन में कभी हार नहीं मानना चाहिए, जबकि और अधिक परिश्रम कर आगे आना चाहिए। उसी में सफलता का सही अर्थ निकलता है। सफलता ही हमारे जीवन में उजाला कर देती है।
इसके साथ ही कई पुराने छात्रोें ने कि इस विद्यालय से उसकी बेशकीमती यादें जुड़ी हुई है। उन्होंने यहां पर अध्ययन कर रहे छात्रों से कहा कि वह अपने शिक्षकों से दी जा रही शिक्षा का मन लगातर सीखें। यही शिक्षा उनके जीवन को प्रकाश मान कर उनके रास्ते खोलेगी। एल्युमिनी समिति 2019 के अध्यक्ष अरविंद अरजरिया ने बताया कि इस वर्ष एल्युमिनी समिति के द्वारा नवोदय विद्यालय परिसर में नवीन कक्षा भी निर्माण कराया गया। जो समिति का सराहनीय कार्य है। साथ ही सभी छात्रों का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्हें ज्ञान बर्धक पुस्तकों का भी वितरण किया गया। जिससे वो अपनी पढ़ाई की जरूरतें पूरी कर सकें। कार्यक्रम के दौरान जूनियर छात्र-छात्राओं द्वारा एक से बढ़ एक प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्द कर दिया।
संगीत शिक्षक अजय पारा के मार्गदर्शन में कक्षा 6 वीं के छात्रों ने शानदार प्रस्तुति दी। साथ ही अर्पूवा राजोरिया, गीताजंली छात्रा ने एकल नृत्य की शानदार प्रस्तुति से शमां बांध दिया। कर्नाटक की छात्राओं द्वारा भी कन्नड गीत एवं हिन्दी फिल्मी गीताें पर जबरदस्त प्रस्तुती दी गई। इसको देखते हुए एल्युमिनि के छात्रों पर रहा नहीं गया और 1990 के पास आउट छात्र आशुतोष शुुक्ला भी मंच पर पुराने नगमों के साथ नृत्य कर गाने गुनगनाने लगे। जिससे पूरे हॉल में तालिया गूंज उठी।
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